कौन कहता है, बाप सोता है,
वो अँधेरे में लेटा रोता है।
बच्चे महसूस कर नहीं पाते,
दर्द तो बाप को भी होता है।
हाँ, कभी उफ़ तलक नहीं करता,
सारे ग़म हँसते हँसते ढोता है।
जो मुझे पापा पापा कहने लगा,
वो मेरे पापा का ही पोता है।
पापा इक ये ही बात कहते रहे,
"बेटा" तू सब्र जल्दी खोता है।
Feel free to leave your comment below or get in touch with me on WhatsApp/Viber number: +9779844128670