Home हिन्दी शायरी हम जीते रहे हँसते रहे हम जीते रहे हँसते रहे By -ALK November 05, 2018 0 कैसे कैसे हादसे सहते रहेफिर भी हम जीते रहे हँसते रहेउसके आ जाने की उम्मीदें लिएरास्ता मुड़ मुड़ के हम तकते रहेवक़्त तो गुज़रा मगर कुछ इस तरहहम चराग़ों की तरह जलते रहेकितने चेहरे थे हमारे आस-पासतुम ही तुम दिल में मगर बसते रहे Tags: हिन्दी शायरी Facebook Twitter Whatsapp Newer Older
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