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ALK
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*"कर लेता हूँ बर्दाश्त हर दर्द इसी आस के साथ..की*

*खुदा नूर भी बरसाता है ... आज़माइशों के बाद".!!!*




 *बंजर नहीं हूं मैं....मुझमें बहुत सी नमी है......!*

*दर्द बयां नही करता....बस इतनी सी कमी है.....!!!!*



*💞शायरी के शौक़ ने इतना तो काम कर दिया..*♡

*जो नहीं जानते थे उनमें भी बदनाम कर दिया..*‼💞





 *लफ्ज ही होते हैं इंसान का आईना !!*
*शक्ल का क्या है ..*
*वो तो उम्र और हालात के साथ, अक्सर बदल जाती है ...!!*.




💕 *रोकने की कोशिश तो बहुत की पलकों ने, मगर;*

*इश्क में पागल थे आँसू, ख़ुदकुशी करते चले गए....!!* 💕😔





*मुख्तसर सी जिंदगी के, अजीब से अफसाने है...*

*यहां तीर भी चलाने है, और परिंदे भी बचाने हैं...!*




 *-#मुझको ढूंढ लेती है रोज़ एक नए बहाने से !*

*तेरी याद वाक़िफ़ हो गयी है मेरे हर ठिकाने से*👩‍❤‍👩

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